न होगा यक-बयाबां मांदगी[1] से ज़ौक़[2] कम मेरा
हबाब-ए-मौजा-ए-रफ़्तार[3] है नक़्श-ए-क़दम[4] मेरा

मुहब्बत थी चमन से लेकिन अब ये बेदिमाग़ी है
कि मौजे-बूए-गुल[5] से नाक में आता है दम मेरा

शब्दार्थ:
  1. बहुत अधिक थक जाना
  2. उत्साह
  3. गतिमान तरंग पर बना बुलबुला
  4. पद-चिन्ह
  5. गुलाब की सुगंध की लहर
Please join our telegram group for more such stories and updates.telegram channel

Books related to दीवान ए ग़ालिब


चिमणरावांचे चर्हाट
नलदमयंती
सुधा मुर्ती यांची पुस्तके
सापळा
झोंबडी पूल
अश्वमेध- एक काल्पनिक रम्यकथा
श्यामची आई
गांवाकडच्या गोष्टी
खुनाची वेळ
लोकभ्रमाच्या दंतकथा
मराठेशाही का बुडाली ?
शिवाजी सावंत
कथा: निर्णय
मृत्यूच्या घट्ट मिठीत
पैलतीराच्या गोष्टी